दोस्तों, पेशाब का आना एक सामान्य प्रक्रिया है, हर व्यक्ति दिन में कम से कम तीन से चार बार पेशाब जरूर से जरूर करता ही है, हम सभी यह भी जानते हैं कि हमारा शरीर पेशाब के जरिए ही शरीर की सारी गंदगीयों को शरीर से बाहर करता है, पेशाब का निर्माण हमारे शरीर में किडनियों के द्वारा की जाती है और यह हमारी शरीर में दो होती हैं जो आप सभी जानते ही हैं परंतु बहुत लोगों की शिकायत रहती है कि उन्हें किसी सामान्य व्यक्तियों के मुकाबले कुछ ज्यादा ही पेशाब आ रहा है, ऐसा क्यों ? यही आज हम इस पोस्ट में समझने की कोशिश करेंगे ।
सामान्य तौर पर देखें तो पेशाब ज्यादा बनने के दो ही कारण हो सकते हैं पहला तो यह हो सकता है कि आपके शरीर में ADH यानी एड्रिनल हार्मोन कम मात्रा में बन रहा है या दूसरा यह हो सकता है कि हमारे यूरिन ब्लैडर के नीचे उपस्थित प्रोस्टेट ग्लैंड में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी आ गई है ।
ADH हार्मोन का निर्माण किडनियों के ऊपर लगे Adrenal ग्रंथियों के द्वारा होता है जैसे कि आप फोटो में देख सकते हैं -
और यही ADH हार्मोंस ही पेशाब की मात्रा के बनने को भी नियंत्रण करता है, एसे देखे तो Adrenal ग्रंथि के और भी कई कार्य है जो हम अपने किसी अन्य पोस्ट में चर्चा करेंगे फ़िलहाल अभी के लिए आप यह समझे की यदि किसी कारण से इन ग्रंथियो में किसी प्रकार की कोई समस्या आ जाती है तो यह ग्रंथियां ADH हार्मोन का निर्माण कम कर देती हैं जिसके फलस्वरूप व्यक्ति को बार - बार पेशाब आने जैसा महसूस होता रहता है,
तो दोस्तों यह तो हो गया पहला कारण अब अगर हम दूसरी कारण की बात करें तो यह हो सकता है कि यूरिन ब्लैडर के नीचे प्रोस्टेट ग्रंथि में कोई गड़बड़ी या विकार उत्पन्न हो गया हो, दरअसल दोस्तों किडनियों द्वारा पेशाब का निर्माण लगातार होता रहता है तथा इस पेशाब को इकट्ठा करने के लिए यूरिन ब्लैडर में भेज दिया जाता है जहां वह इकट्ठा होते रहती हैं प्रोस्टेट ग्रंथि यूरिन ब्लैडर और यूरिन ट्यूब के बीच एक वॉल्व की तरह कार्य करता है,
जब कभी पेशाब यूरिन ब्लैडर में इकट्ठा होकर भर जाता है तब यह प्रोस्टेट ग्रंथि वॉल्व खोल देती हैं जिससे यूरिन शरीर से बाहर आ सके, लेकिन यह वॉल्व खुलने का कार्य तभी होता है जब पेशाब यूरिन ब्लैडर में पूरी तरह भर चुका हो, परंतु जब कभी प्रोस्टेट ग्रंथि में किसी विकार के कारण कुछ समस्या हो जाती है तब यह वॉल्व को सही से बंद चालू करने में असमर्थ रहते हैं,
तो होता यूं है कि यूरिन ब्लैडर में पेशाब करने से पहले ही प्रोस्टेट ग्रंथि वॉल्व खोल देता हैं इस कारण भी व्यक्ति को थोड़े थोड़े देर में पेशाब आने जैसा महसूस होता रहता है, तो दोस्तों यह थे पेशाब बार - बार आने के दो प्रमुख संभावित कारण, उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई है छोटी सी जानकारी पसंद आई होगी, इसके अलावा अगर आपके मन में किसी भी प्रकार की कोई सवाल हो तो हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं तब तक के लिए ' धन्यवाद '


