गर्मियों के मौसम में होने वाली 8 सबसे कॉमन बीमारियाँ क्या है ? उसके लक्षण और बचाओ क्या है ?
आज हम बात करने जा रहे हैं गर्मियों में होने वाले उन आम बीमारियों के बारे में जो लोगों को काफी परेशान करते हैं उसके साथ ही हम इन बीमारियों के लक्षण के बारे में तथा इनसे किस प्रकार बचा जा सकता है उसके बारे में भी आज के इस पोस्ट में बात करेंगे,
( 1 ) Heat stroke ( लू लगना ) -
Heat stroke को मेडिकल भाषा में hyperthermia भी कहते हैं, यह गर्मियों में ज्यादा देखी जा सकती है, जब कोई व्यक्ति बहुत लंबे समय तक धूप या अधिक गर्मी वाले स्थान में रहता है तो उसे यह स्ट्रोक लगने का खतरा ज्यादा रहता है,
Heat stroke के क्या-क्या लक्षण देखने को मिल सकते हैं ?
- सिर दर्द,
- थकान और उबासी आना,
- पेशाब कम आना,
- कभी-कभी कमजोरी के कारण मूर्छित हो जाना,
Heat stroke से बचाव कैसे कर सकते हैं ?
गर्मी में कभी भी व्यक्ति खाली पेट न निकले, इसके अलावा कुछ - कुछ देर में पानी पीते रहे तथा अपने बॉडी को डायरेक्ट धूप पड़ने से बचाएं,
( 2 ) food poisoning ( विषाक्त भोजन ) -
यदि अधिकतर गर्मियों के मौसम में देखी जा सकती है जो मुख्य रूप से बैक्टीरिया, वायरस तथा फंगस के कारण होती है, यह फंगस तथा बैक्टीरिया खाद्य पदार्थ को बहुत तेजी से खराब कर देती है क्योंकि गर्मियों में बैक्टरियॉ तथा वायरेसेस काफी तेजी से वृद्धि करते हैं इसलिए ऐसे में अगर कोई व्यक्ति इन दूषित खाद्य पदार्थों को खा ले तो उसे फूड पॉइजनिंग हो सकता है,
food poisoning के क्या-क्या लक्षण दिखाई पड़ते हैं ?
- पेट में दर्द,
- दस्त,
- बुखार,
- जी घबराना तथा उल्टी आना इत्यादि,
food poisoning से किस प्रकार बचाव कर सकते हैं ?
1. खाद्य पदार्थों को हमेशा अच्छी तरह धोकर ही प्रयोग में लाएं,
2. कोई भी चीज खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से जरूर धोएं,
3. ऐसे खाद्य पदार्थ है जिन्हें पक्का कर ही खाया जाता है खाने से पहले यह सुनिश्चित कर ले की वह खाद्य पदार्थ अच्छी तरह से पका हो,
4. पानी हमेशा प्यूरिफाई करके ही पियें, अगर आपके पास प्यूरिफाई करने का कोई साधन नहीं है तो आप पानी उबालकर उसे ठंडा करने के बाद पियें,
5. खाना खाने के बाद बचे हुए खाने को ईधर - उधर ना फेंके, बल्कि किसी डस्टबिन या कूड़ादान में ही डालें,
6. कभी भी एक्सपायर हो चुके खाद्य पदार्थों का उपयोग में ना लाएं,
( 3 ) skin rashes ( घमौरियां ) -
इस बीमारी में व्यक्ति के स्किन पर छोटे - छोटे लाल रंग के दाने दिखाई देने लगते हैं, यह दाने काफी खुजली करते हैं, इसका सबसे मुख्य कारण है हमारे इस स्किन में मौजूद स्वेद ग्रंथियां से पसीना सही से नहीं निकल पाना, जो लोग गर्मियों में मोटे कपड़े पहनते हैं उन्हें यह समस्या खासकर आम देखी गई है,
skin rashes से बचाव किस प्रकार कर सकते हैं ?
1. व्यक्ति को खासकर गर्मियों के दिनों में डायरेक्ट धूप में निकलने से बचना चाहिए,
2. हमेशा हल्के रंग तथा ढीले ढाले कपड़े पहनना चाहिए,
3. गर्मियों के दिनों में कॉटन से बने कपड़े पहनना चाहिए,
( 4 ) thyphoid fever -
टाइफाइड फीवर का मुख्य कारण दूषित जल होता है, लोग अधिकतर गर्मियों में जाने - अनजाने दूषित पानी के सेवन कर लेते हैं जिससे उन्हें यह बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है, यह बीमारी फैलने का मुख्य कारण salmonella typhi नामक एक बैक्टीरिया होता है जो ज्यादातर दूषित पानी में पाया जाता है,
टाइफाइड होने के क्या - क्या लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं ?
- तेज बुखार,
- सिर दर्द,
- कमजोरी,
- सुखी खांसी,
- पेट में दर्द,
- कब्ज,
- तथा शरीर पर rashes निकल आना,
टाइफाइड होने से किस प्रकार बचाव किया जा सकता है ?
1. कुछ भी खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से सैनिटाइज या धो लें,
2. हमेशा पानी उबालकर ही पियें,
3. फलों तथा सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर ही प्रयोग में लाएं,
4. तथा सबसे जरूरी टाइफाइड का वैक्सिंग लगवाएं,
( 5 ) measles & chicken pox -
यह बीमारी भी गर्मियों के दिनों में ही ज्यादा फैलती है, measles तथा chicken pox दोनों अलग-अलग बीमारियां है जो अलग-अलग बैक्टीरिया द्वारा फैलती हैं जैसे measles बीमारी single stranded enveloped वायरस के द्वारा फैलती है जो कि एक RNA वायरस है, वहीं दूसरी तरफ chicken pox एक varicella - zoster नामक बैक्टीरिया के द्वारा फैलता है, यह छुआछूत की बीमारी है अतः यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक छूने मात्र से फैल सकता है
measles & chicken pox होने पर इसके कौन-कौन से लक्षण दिखाई पड़ते हैं ?
1. शरीर के विभिन्न - विभिन्न हिस्सों में आपको लाल रंग के छोटे - छोटे दाने यानी रैशेज या फिर बड़े दाने भी देखने को मिल सकते हैं,
2. बुखार,
3. खांसी,
4. नाक का बहना,
5. तथा आंखों का लाली इत्यादि जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं,
measles & chicken pox से बचाव किस प्रकार संभव हो सकता है ?
1. इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को परिवार के बाकी व्यक्तियों से दूर रखा जाता है ताकि वह किसी के संपर्क में ना आ सके,
2. रोगी के कमरे की उचित साफ-सफाई रखनी चाहिए,
3. बीमार व्यक्ति के साथ कभी भी खाने वाले सामग्रियों को शेयर करके नहीं खाना चाहिए,
4. रोगी को चाहिए कि वह किसी भी चीज को छूने या पकड़ने के लिए दस्तानों का उपयोग करे,
( 6 ) Dehydration -
डिहाइड्रेशन किसी व्यक्ति में तभी देखा गया है जब उस व्यक्ति के शरीर में पानी का स्तर बहुत ज्यादा कम हो और यह ज्यादातर गर्मियों के मौसम में होता है, शरीर में पानी की कमी मुख्य रूप से तभी होती है जब व्यक्ति पानी कम पी रहा हो या किसी कारणवश व्यक्ति के शरीर से पानी ज्यादा बाहर आ रहा हो, चाहे पानी पसीने के माध्यम से आ रहा हो या पेशाब के माध्यम से, यह सभी स्थिति शरीर में पानी की कमी लाते हैं,
डिहाइड्रेशन के शरीर में क्या क्या लक्षण दिखाई पड़ते हैं ?
1. व्यक्ति को प्यास ज्यादा लगने लगेगी,
2. मुंह सूखने लगेगा,
3. हृदय की धड़कन तेज हो जाएगी,
4. सर में दर्द,
5. त्वचा सूखी हुई महसूस होगी,
5. इसके साथ ही पेशाब की मात्रा निरंतर कम होती जाएगी,
डिहाइड्रेशन से बचाव कैसे संभव है ?
इससे बचने का एक ही उपाय है कि ज्यादा से ज्यादा पानी पियें तथा ऐसे फल तथा सब्जियों का सेवन करें जिनमे तरल अधिक मात्रा में हो,
( 7 ) Joundice ( पीलिया ) -
जॉन्डिस यानी पीलिया जिसे " हेपेटाइटिस A " के नाम से भी जाना जाता है, यह बीमारी और बीमारी की तरह ही गर्मी में ज्यादा फैलता है, यह बीमारी बड़ों के मुकाबले बच्चों में ज्यादा देखा जा सकता है,
जॉन्डिस में शरीर में क्या - क्या लक्षण दिखाई पड़ते हैं ?
- बुखार,
- आंखों का पीला दिखाई देना,
- भूख ना लगना,
- दस्त आना,
- थका - थका महसूस होना,
- पीला पेशाब होना,
- घबराहट तथा उल्टी आना,
- तथा शरीर में खुजली,
जॉन्डिस से किस प्रकार बचाव संभव है ?
1. ऐसे खाद्य पदार्थों से दूर रहे हैं जिनमें वसा और तेल की मात्रा ज्यादा हो,
2. हमेशा दिन में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी जरूर पिए ( जो कि करीब - करीब 8 से 10 गिलास होता है )
3. अपने भोजन में ऐसे खाद्य पदार्थ को शामिल करें जिनमें फाइबर की मात्रा अधिक हो इसके साथ ही हरी पत्तेदार सब्जियां इत्यादि भी अधिक से अधिक सेवन करें, आप चाहे तो फल या फल के जूस इत्यादि का भी प्रयोग कर सकते हैं,
( 8 ) Diarrhoea ( दस्त ) -
यह भी खास गर्मियों के दिनों में ही ज्यादा होता है, गर्मियों के दिनों में व्यक्ति अकारण ही सही परंतु बाहर मिलने वाले फूड आइटम्स का ज्यादा सेवन करने लगता है और यही फूड आइटम ही Diarrhoea होने का मुख्य कारण है क्योंकि हम यह पक्के तौर पर यह नहीं कह सकते हैं की हमारे द्वारा खाए जाने वाला फूड कैसा है ? इसके साथ ही गर्मियों में बाहर मिलने वाला पानी भी Diarrhoea होने का एक मुख्य कारण हो सकता है ?
Diarrhoea होने पर इसके शरीर में क्या - क्या लक्षण दिखाई पड़ हैं ?
1. इसका जो सबसे मुख्य लक्षण है वह है पेट में मरोड़ आना तथा बार-बार दस्त होना,
2. बुखार तथा डिहाइड्रेशन जैसे लक्षण भी दस्त में देखे जा सकते हैं,
Diarrhoea से बचाव किस प्रकार किया जा सकता है ?
अगर किसी व्यक्ति को Diarrhoea हो जाए तो उसे मेथी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए इसके साथ दही, chamomile की चाय ( एक हर्बल tea है ) भी Diarrhoea में बहुत फायदेमंद होता है,
